Swapna Ki Rajai - Poetry of Dr (Miss) Sharad Singh |
प्रिय मित्रो, लीजिए जाड़े पर मेरी एक और कविता...
स्वप्न की रजाई
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- डॉ शरद सिंह
जाड़े की रात ने
सांकल खटकाई
शीत भी दरारों से
सरक चली आई
पक्के मकानों में
उपले, न गोरसी
हीटर के तारों से
लाल तपन बरसी
नींद मगर चाहे
स्वप्न की रजाई
और
कम्बल के धागों में
प्रीत की कताई।
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आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज शुक्रवार 27 नवंबर नवंबर नवंबर 2020 को साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteप्रिय यशोदा अग्रवाल जी,
Deleteयह मेरे लिए प्रसन्नता का विषय है कि आपने मेरी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" में शामिल की है।
आपको हार्दिक धन्यवाद एवं आभार
- डाॅ शरद सिंह
आह ! क्या कहने हैं इस कविता के ! दाद देने के लिए मुनासिब लफ़्ज़ ही नहीं मिल रहे ।
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद जितेन्द्र माथुर जी !!!
Deleteआपकी टिप्पणी मेरे लिए उत्साहवर्द्धक है।
जी नमस्ते ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (२८-११-२०२०) को 'दर्पण दर्शन'(चर्चा अंक- ३८९९ ) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है
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अनीता सैनी
प्रिय अनिता सैनी जी,
Deleteयह मेरे लिए प्रसन्नता का विषय है कि आपने मेरी रचना दर्पण दर्शन'(चर्चा अंक- ३८९९ ) में शामिल की है।
आपको हार्दिक धन्यवाद एवं आभार !!! चर्चा मंच में शामिल होना सदैव सुखद अनुभूति देता है।
- डाॅ शरद सिंह
सुंदर और सामयिक सृजन...।
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद जिज्ञासा सिंह जी !!!
Deleteआपकी टिप्पणी मेरे लिए महत्वपूर्ण है।
सुन्दर भावनाओं से प्रस्फुटित कविता - - शीतकाल को बहुत सुंदरता से दर्शाया है - - नमन सह।
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद शांतनु सान्याल जी !!!
Deleteउत्साहवर्द्धन हेतु आभार है।
अत्यंत सुन्दर सृजन शरद जी । शीतकाल का अप्रतिम शब्दचित्र ।
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद मीना भारद्वाज जी 🙏
Deleteसुस्वागतम 💐💐💐
गुलाबी नर्मी सी ...
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद अमृता तन्मय जी!
Deleteबेहतरीन।
ReplyDeleteबहुत-बहुत धन्यवाद यशवन्त माथुर जी!
Deleteवाह!!!
ReplyDeleteशीत का सुन्दर एवं सामयिक शब्दचित्रण।
लाजवाब।
हार्दिक धन्यवाद अमृता सुधा जी!
Deleteनींद मगर चाहे
ReplyDeleteस्वप्न की रजाई
और
कम्बल के धागों में
प्रीत की कताई
वाह ! क्या कहने ! सरल, सुंदर रचना।
बहुत-बहुत धन्यवाद मीना जी!
Deleteबहुत सुंदर; माधुर्य से भरा सुंदर सृजन।
ReplyDeleteमोहक।
बहुत-बहुत धन्यवाद !!!!
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