27 July, 2019

हाल लिखा पूरी तफ़सील से .. ( ग़ज़ल ).. - डॉ शरद सिंह

Haal likha Poori Tafsil se ... Ghazal By Dr (Miss) Sharad Singh


हाल   लिखा  ....
मेज   के    धरातल   पर  कील से
हाल   लिखा   पूरी    तफ़सील से
तुम शहरी, दोष भला तुमको क्या
हम   ही   हैं   छोटी   तहसील से
बच्चों   से   जिद्दी  हालात, 'शरद'

बहलेंगे   कौन - सी  दलील  से ?
- डॉ शरद सिंह

( मेरे ग़ज़ल संग्रह 'पतझर में भीग रही लड़की' से)

26 July, 2019

उसको जा के कह दे कोई .. ( ग़ज़ल ).. - डॉ शरद सिंह

Usko Ja Ke Kah De Koi ... Ghazal of Dr (Miss) Sharad Singh

उसको जा के कह दे कोई
हमें बेवज़ह नहीं सताए
राज़ कई खुल जाएंगे फिर
हम भी जो कहने पे आए
 - डॉ शरद सिंह

02 July, 2019

कांटों से फूल चुनता है .. ( ग़ज़ल ).. - डॉ शरद सिंह

Kanto Se Phool Chunta Hai ... Ghazal of Dr (Miss) Sharad Singh

 कांटों से फूल चुनता है
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वो जो कांटों से फूल चुनता है
दिल मेरा ख़्वाब उसका बुनता है
वो न बोले तो  कोई बात नहीं
लम्हा-लम्हा उसी को सुनता है
- डॉ शरद सिंह