21 May, 2025

कविता | दरार | डॉ (सुश्री) शरद सिंह

दरार
--------
दीवार की दरार में
उग सकता है
एक नन्हें पौधे से
पीपल का वृक्ष तक
किन्तु
संबंधों में आई 
दरार
होती है निर्जीव
बंजर।
- डॉ (सुश्री) शरद सिंह
-------------------------
#poetryislife #poetrylovers  #poetryloving  #mypoetry  #डॉसुश्रीशरदसिंह #काव्य #कविता  #World_Of_Emotions_By_Sharad_Singh  #DrMissSharadSingh  #poetrycommunity

No comments:

Post a Comment