08 May, 2023

शायरी | लिहाफ़ रात का | डॉ (सुश्री) शरद सिंह

अर्ज़ है -
लिहाफ़ रात का भीगा हुआ-सा लगता है
हां, चांदनी ने अभी अश्क़ जो बहाया है
बहुत दिनों से नहीं थी सुनी कहानी जो
किसी ने ख़्वाब में आकर मुझे सुनाया है
- डॉ (सुश्री) शरद सिंह

#शायरी #ग़ज़ल #डॉसुश्रीशरदसिंह
#DrMissSharadSingh #ShayariOfDrMissSharadSingh
#World_Of_Emotions_By_Sharad_Singh #लिहाफ़ #चांदनी #अश्क़ #कहानी #ख़्वाब #रात

No comments:

Post a Comment