मित्रों का स्वागत है - डॉ. (सुश्री) शरद सिंह
isake liye bhi adhyadesh lana pada...
Lagta to yahi hai....Hardik Aabhaar Vaanbhatt ji ....
बिलकुल मिलना चाहिए ... माँ को भी दादी को भी और एक औरत को भी ...
You are right Digamber Naswa ji..... Hearty Thanks !!!
बिलकुल.....उन्हें ये हक़ मिलना ही चाहियेकाश कि मिले उन्हें ये सारे हक़!!:-(सादरअनु
काश ऐसा ही हो....हार्दिक आभार अनु जी ...
अपनी कुर्बानी की एवज में ये तो उनका दक बनता है ....जो प्यार,स्नेह और मान-सम्मान के साथ मिलना चाहिए .....
जी हां मिलना ही चाहिए ..... हार्दिक धन्यवाद अशोक जी....
पैसे से तौलते हो प्यार, स्नेहतरसता है अपनत्व को दिलअरमानो संग सूख गई देह.....
मेरे शब्दों का अनुमोदन करतीं सटीक पंक्तियां .... हार्दिक आभार कुशवंश जी ...
isake liye bhi adhyadesh lana pada...
ReplyDeleteLagta to yahi hai....
DeleteHardik Aabhaar Vaanbhatt ji ....
बिलकुल मिलना चाहिए ... माँ को भी दादी को भी और एक औरत को भी ...
ReplyDeleteYou are right Digamber Naswa ji..... Hearty Thanks !!!
Deleteबिलकुल.....उन्हें ये हक़ मिलना ही चाहिये
ReplyDeleteकाश कि मिले उन्हें ये सारे हक़!!
:-(
सादर
अनु
काश ऐसा ही हो....हार्दिक आभार अनु जी ...
Deleteअपनी कुर्बानी की एवज में ये तो उनका दक बनता है ....जो प्यार,स्नेह और मान-सम्मान के साथ मिलना चाहिए .....
ReplyDeleteजी हां मिलना ही चाहिए ..... हार्दिक धन्यवाद अशोक जी....
Deleteपैसे से तौलते हो प्यार, स्नेह
ReplyDeleteतरसता है अपनत्व को दिल
अरमानो संग सूख गई देह.....
मेरे शब्दों का अनुमोदन करतीं सटीक पंक्तियां .... हार्दिक आभार कुशवंश जी ...
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