मित्रों का स्वागत है - डॉ. (सुश्री) शरद सिंह
दिखे न कोई कूल किनारा इस बारिश मेंजो मिल जाए तेरा सहारा इस बारिश में
बहुत सुन्दर...बारिश में सब प्यारा ही लगता है...:-)
सच्ची................चाहतों का ये मौसम कभी खत्म न हो...अनु
सच ही तो है ....सब तरफ खिलापन ..बरसात से ....
आपकी लेखनी को समर्पित तन भीगा फिर मन भीगा, भीगा सारा संसार .इन्द्रदेव भी बरसे हम पर, बारिस का उपहार ..
सब कुछ लगता प्यारा प्यारा इस बारिश में....बहुत खूब, सुन्दर पंक्तियां...!
बारिश के अहसासों की सुन्दर प्रस्तुति,,,RECENT POST ...: पांच सौ के नोट में.....
bhaut khub...
This comment has been removed by the author.
Bahut khubsurat!Kya aap bata sakti hain ki photo par hindi mei likha kaise jaata hai?
बहुत लाजवाब ... बोलते चित्र पे शब्द की बोछार ...
Ati sundar...............कितनी बदल रही है हिन्दी !
kya baat hai ...aaj ho rahi baarish ka anand duguna ho gaya...
दिखे न कोई कूल किनारा इस बारिश में
ReplyDeleteजो मिल जाए तेरा सहारा इस बारिश में
बहुत सुन्दर...
ReplyDeleteबारिश में सब प्यारा ही लगता है...
:-)
सच्ची................
ReplyDeleteचाहतों का ये मौसम कभी खत्म न हो...
अनु
सच ही तो है ....सब तरफ खिलापन ..बरसात से ....
ReplyDeleteआपकी लेखनी को समर्पित
ReplyDeleteतन भीगा फिर मन भीगा, भीगा सारा संसार .
इन्द्रदेव भी बरसे हम पर, बारिस का उपहार ..
सब कुछ लगता प्यारा प्यारा
ReplyDeleteइस बारिश में....
बहुत खूब, सुन्दर पंक्तियां...!
बारिश के अहसासों की सुन्दर प्रस्तुति,,,
ReplyDeleteRECENT POST ...: पांच सौ के नोट में.....
bhaut khub...
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteBahut khubsurat!
ReplyDeleteKya aap bata sakti hain ki photo par hindi mei likha kaise jaata hai?
बहुत लाजवाब ... बोलते चित्र पे शब्द की बोछार ...
ReplyDeleteAti sundar...
ReplyDelete............
कितनी बदल रही है हिन्दी !
kya baat hai ...aaj ho rahi baarish ka anand duguna ho gaya...
ReplyDelete