|
A poem of Dr Sharad Singh |
O My Colors !
Oh my colors
Where are you
You've taken away my loved ones
My dreams are crushed
I ignored
Thrown into a
corner
Like an empty Pichakari (color water gun)
I am now useless
Oh my colors ! I remember you
too much...
- Dr Sharad Singh
होली की हार्दिक शुभकामनायें
ReplyDeleteउम्दा प्रस्तुति...!
ReplyDeleteहोली की हार्दिक शुभकामनायें ।
RECENT POST - फिर से होली आई.
नहीं कोई जन अनुपयोगी,
ReplyDeleteउसकी गति भी सार्थक होगी।
ReplyDeleteब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन संदीप उन्नीकृष्णन अमर रहे - ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
आज सब को साथ लेलो ,
ReplyDeleteतन न केवल,
मन रँगे
ऐसे सुरीले रंग घोलो !
मन भर आया.....
ReplyDeleteकाश कोई रंग भरे इनकी जीवन में भी......
सादर
अनु
सुंदर रचना...रंगों से सराबोर होली की शुभकामनायें...
ReplyDeleteसंवेदनाएं भरी अभिव्यक्ति ... होली कि बधाई ...
ReplyDeleteहृदयस्पर्शी ...
ReplyDelete