रात भी गर्म है, तारों की चमक फीकी है,
कल का आगाज़ सुलगता हुआ होगा बेशक़।
- डॉ (सुश्री) शरद सिंह
#शायरी #ग़ज़ल #डॉसुश्रीशरदसिंह
#DrMissSharadSingh #Shayari #ghazal #shyarilovers #shayariofdrmisssharadsingh
#World_Of_Emotions_By_Sharad_Singh #रात #गर्म #तारों #चमक #आगाज़ #सुलगता
No comments:
Post a Comment