तप रहे वैशाख के दिन दाह देते
कट चुके वो पेड़, जो अब छांह देते
- डॉ (सुश्री) शरद सिंह
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सुंदर इस तीखी धूप से बचने के लिए वृक्ष चाहिए
ReplyDeleteनिःसंदेह!
ReplyDeleteप्रतिक्रिया के लिए हार्दिक धन्यवाद 🙏