Ghazal - Nafraton Ke Daur Me .. Dr (Ms) Sharad Singh
ग़ज़ल
- डाॅ (सुश्री) शरद सिंह
नफ़रतों के दौर में मनुहार की बातें करो।
एकता की, मित्रता की, प्यार की बातें करो।
न मिले मौक़ा यहां फ़िरक़ापरस्ती के लिए
आपसी सद्भाव की, सत्कार की बातें करो।
हम अमन औ शांति के पथ पर हमेशा ही चलें
विश्व में आतंकियों के हार की बातें करो।
-------------
बहुत सुंदर ग़ज़ल
ReplyDeleteसुंदर समसामयिक कृति!
ReplyDeleteबहुत शानदार प्रस्तुति।
ReplyDeleteसभी रचनाएं पठनीय सुंदर।
Free Download Diwali Image