10 October, 2018

तुम्हारी याद - डॉ शरद सिंह

Poetry of Dr (Miss) Sharad Singh

तुम्हारी याद
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कल मुझे रास्ते में
रखा मिला सूरज
उठा लिया मैंने भी उसे
यूं ही
अनायास
जैसे तुम्हारी याद
उठा लेती हूंं मैं
अपनी पलकों में
एक गर्म, उबलती बूंद की तरह।
- डॉ शरद सिंह


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#World_Of_Emotions_By_Sharad_Singh


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