मित्रों का स्वागत है - डॉ. (सुश्री) शरद सिंह
... खूबसूरती से तराशा है। काबिले तारीफ है।शब्दों की मुस्कुराहट पर …..मैं अकेला चलता हूँ
काबिले तारीफFacebook पर वायरस, डाल सकता है आपके बैंक एकाउंट पर डाका
काबिले तारीफ,बहुत उम्दा प्रस्तुति,,,RECENT POST: हमने गजल पढी, (150 वीं पोस्ट )
हमेशा की तरह खुबसूरत एहसास संग बेहतरीन भावों का सम्प्रेषण
nahi sharad ji bheed me to dard ka ahsas bhi nahi rahta ye to akelapan hi hai jo dard ko ubharta hai .sundar bhavabhivyakti .badhai
great
... खूबसूरती से तराशा है। काबिले तारीफ है।
ReplyDeleteशब्दों की मुस्कुराहट पर …..मैं अकेला चलता हूँ
काबिले तारीफ
ReplyDeleteFacebook पर वायरस, डाल सकता है आपके बैंक एकाउंट पर डाका
काबिले तारीफ,बहुत उम्दा प्रस्तुति,,,
ReplyDeleteRECENT POST: हमने गजल पढी, (150 वीं पोस्ट )
हमेशा की तरह खुबसूरत एहसास संग बेहतरीन भावों का सम्प्रेषण
ReplyDeletenahi sharad ji bheed me to dard ka ahsas bhi nahi rahta ye to akelapan hi hai jo dard ko ubharta hai .sundar bhavabhivyakti .badhai
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