इस घनी रात में, बस, धूप याद करती हूं
बैठ कर चांद पे, सूरज से बात करती हूं
- डॉ (सुश्री) शरद सिंह
#शायरी #ग़ज़ल #डॉसुश्रीशरदसिंह
#DrMissSharadSingh #shayariofdrmisssharadsingh
#World_Of_Emotions_By_Sharad_Singh #रात #धूप #याद #चांद #सूरज #बातकरतीहूं
बहुत ख़ूब
ReplyDeletehttp://vivekoks.blogspot.com/2024/02/blog-post_23.html