मित्रों का स्वागत है - डॉ. (सुश्री) शरद सिंह
वाह और जब मैं ये पोस्ट देख पढ़ रहा हूँ तो इत्तेफाकन चाय की ग्लास नहीं कप जरूर है मेरे हाथों में
बहुत खूब...चाय रचनाकारों के लिए अमृतजल जैसी जो ठहरी ...
वाह और जब मैं ये पोस्ट देख पढ़ रहा हूँ तो इत्तेफाकन चाय की ग्लास नहीं कप जरूर है मेरे हाथों में
ReplyDeleteबहुत खूब...
Deleteचाय रचनाकारों के लिए अमृतजल जैसी जो ठहरी ...