30 January, 2019

इंतज़ार (नज़्म) - डॉ शरद सिंह

इंतज़ार (नज़्म)
Dr (Miss) Sharad Singh

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सब्ज़ पत्तों का
इंतजार
अभी तक है उसे
कि उसके आने का
ऐतबार अभी तक है उसे
शज़र वो देख रहा रास्ता
महीनों से
हुआ है कैसा बदल
आज के जमाने में
बदल रही है यहां रुत भी
बेवफ़ा की तरह.......

- डॉ शरद सिंह


Intezar - Nazm of Dr ( Miss) Sharad Singh


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