मित्रों का स्वागत है - डॉ. (सुश्री) शरद सिंह
सुन्दर भाव
बेहतरीन हमेशा की तरह नि:शब्द
आँखों से जो उतरी है दिल में...
बहुत सुंदर भाव ...........
aapki kshanikayn adhbud hua karti hain hamesh hee.!!
बहुत खूब ... अपनी आँखों में बसा कर ... खुद को देखने की चाह ...
सुन्दर भाव
ReplyDeleteबेहतरीन हमेशा की तरह नि:शब्द
ReplyDeleteआँखों से जो उतरी है दिल में...
ReplyDeleteबहुत सुंदर भाव ...........
ReplyDeleteaapki kshanikayn adhbud hua karti hain hamesh hee.!!
ReplyDeleteबहुत खूब ... अपनी आँखों में बसा कर ... खुद को देखने की चाह ...
ReplyDelete