मित्रों का स्वागत है - डॉ. (सुश्री) शरद सिंह
प्यार किया तो डरना क्या....................:-)अनु
बहुत खूब
निर्भीक प्रेम की अभिव्यक्ति ...बहुत सुंदर ...!!शुभकामनायें .
वाह ... बहुत खूब ।
शब्दों की जवाबदेही बेशक भावों के तिलस्म को जिन्दा रखे हुए है...मुबारक हो!
pyar karne wale kabhi kabhi darte nahi jo darte hain wo pyar karte nahin..shandaar prastuti ke liye sadar badhayee..
बहुत सुंदर ...
बनोगे आसरा तुम कहो...सुंदर प्रस्तुति.
वाकई प्यार करने वाले डरते नहीं...पर आसरा देने के लिए बहुत हिम्मत चाहिए...
sab kuchh to aapne keh diyaa, ab hum kya kahein!
प्यार किया कोई चोरी नही कि,छुप छुप आंहें भरना क्या,..जब प्यार किया तो डरना क्या,.....बस हिम्मत होनी चाहिए ,......MY RECENT POST.....काव्यान्जलि ...: आज मुझे गाने दो,...
खुबसूरत अभिवयक्ति....
आसरा आपका लेकर चलें है रहगुज़र पे, धुप और छांव की परवाह किसे ..वक़्त थम जायेगा तेरे जानिब, आसरा कौन किसका पूछ लेंगे ..
bahut hi sundar........
♥ डॉक्टर साहिबा बहुत शानदार क़त्आ कहा है … प्यार में डूब कर जो जिया हो शरद … मुबारकबाद और शुक्रिया !आपकी ग़ज़लों की किताब आई हो तो पढ़ने की ख़्वाहिश है… हार्दिक शुभकामनाएं ! -राजेन्द्र स्वर्णकार
http://bulletinofblog.blogspot.in/2012/05/blog-post_18.html
बहुत सुंदर अच्छी प्रस्तुति,,,,,, MY RECENT POST,,,,काव्यान्जलि ...: बेटी,,,,,MY RECENT POST,,,,फुहार....: बदनसीबी,.....
जो डरते हैं वे प्यार करते नहीं।
behad khoobsurat...saadar
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aapka E-mail chahiye sssinghals@gmail.com
प्यार किया तो डरना क्या....................
ReplyDelete:-)
अनु
बहुत खूब
ReplyDeleteनिर्भीक प्रेम की अभिव्यक्ति ...
ReplyDeleteबहुत सुंदर ...!!
शुभकामनायें .
वाह ... बहुत खूब ।
ReplyDeleteशब्दों की जवाबदेही बेशक भावों के तिलस्म को जिन्दा रखे हुए है...मुबारक हो!
ReplyDeletepyar karne wale kabhi kabhi darte nahi jo darte hain wo pyar karte nahin..shandaar prastuti ke liye sadar badhayee..
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ReplyDeleteबनोगे आसरा तुम कहो...
ReplyDeleteसुंदर प्रस्तुति.
वाकई प्यार करने वाले डरते नहीं...पर आसरा देने के लिए बहुत हिम्मत चाहिए...
ReplyDeletesab kuchh to aapne keh diyaa, ab hum kya kahein!
ReplyDeleteप्यार किया कोई चोरी नही कि,
ReplyDeleteछुप छुप आंहें भरना क्या,..
जब प्यार किया तो डरना क्या,.....
बस हिम्मत होनी चाहिए ,......
MY RECENT POST.....काव्यान्जलि ...: आज मुझे गाने दो,...
खुबसूरत अभिवयक्ति....
ReplyDeleteआसरा आपका लेकर चलें है रहगुज़र पे, धुप और छांव की परवाह किसे ..
ReplyDeleteवक़्त थम जायेगा तेरे जानिब, आसरा कौन किसका पूछ लेंगे ..
bahut hi sundar........
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डॉक्टर साहिबा
बहुत शानदार क़त्आ कहा है …
प्यार में डूब कर जो जिया हो शरद …
मुबारकबाद और शुक्रिया !
आपकी ग़ज़लों की किताब आई हो तो पढ़ने की ख़्वाहिश है…
हार्दिक शुभकामनाएं !
-राजेन्द्र स्वर्णकार
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ReplyDeleteबहुत सुंदर अच्छी प्रस्तुति,,,,,,
ReplyDeleteMY RECENT POST,,,,काव्यान्जलि ...: बेटी,,,,,
MY RECENT POST,,,,फुहार....: बदनसीबी,.....
जो डरते हैं वे प्यार करते नहीं।
ReplyDeletebehad khoobsurat...
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ReplyDeletesssinghals@gmail.com