कांटों से फूल चुनता है .. ( ग़ज़ल ).. - डॉ शरद सिंह
Kanto Se Phool Chunta Hai ... Ghazal of Dr (Miss) Sharad Singh
कांटों से फूल चुनता है ----------------------- वो जो कांटों से फूल चुनता है दिल मेरा ख़्वाब उसका बुनता है वो न बोले तो कोई बात नहीं लम्हा-लम्हा उसी को सुनता है - डॉ शरद सिंह
kya bat...wah
ReplyDeleteThank you VIJAY KUMAR VERMA ji
Deleteबहुत सुन्दर।
ReplyDeleteHardik Dhanyawad surenderpal vaidya ji
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