07 November, 2012

हर ख्व़ाब हो सच अपना ......


8 comments:

  1. बहुत ही बढ़िया उम्दा प्रस्तुति,,,,,शरद जी,,,,

    आँचल सम्हालते है वो सीने पे नाज से,
    यह कहके पड़ रही है तुम्हारी नजर कहाँ,,,,,

    RECENT POST:..........सागर

    ReplyDelete

  2. सुन्दर प्रस्तुति |
    आभार ||

    ReplyDelete
  3. बहुत ही सुन्दर रचना..
    सभी ख्वाब पुरे हो....
    शुभकामनाएँ....
    :-)

    ReplyDelete
  4. "हर ख्वाब सच हो अपना
    ये ख्वाब हमारा है"

    आमीन !

    ReplyDelete