Er. सत्यम शिवम जी, हार्दिक धन्यवाद आपने मेरी काव्य-प्रस्तुति को कल शनिवार (19.03.2011) को "चर्चा मंच" पर प्रस्तुत करने योग्य माना...आभारी हूं... उत्सुकता से प्रतीक्षा है....
रंगपर्व होली आपको असीम खुशियां प्रदान करे..... शुभकामनायें !
आपने मेरे आग्रह को स्वीकार करते हुए मेरे ब्लॉग "धर्म और दर्शन" पर अपनी अमूल्य टिप्पणी की , आपने इस ब्लॉग का अनुसरण कर मुझे उत्साहित किया आपका आभारी हूँ ...आशा है आपका मार्गदर्शन यूँ ही मिलता रहेगा ..आपका पुनः धन्यवाद
ye to holi khelne ke pahle ki hararat hai...khelne ke baad to bas khumari hi khumaari hai...lgata hai hararat jane ki taiyaari hai...phir intzaar agale saal ki hararat ka...HOLI HI...
जी... होली पर आपकी रचना पढऩे को मिली, आपने शब्दों के माध्यम से न सिर्फ गुलाल की भीनी खुशबू बिखेरी, इसके साथ ही खिलखिलाहट भी सुनाई दी। आपको पढऩे वाले सभी लोगों ने हरारत में भी आंखों की शरारत को देखा होगा। जी... रंग जिन्दगी की मानिंद होते हैं, बहुत कुछ कहते हैं और शायद इन्हें ही देख आंखे भी सब कुछ देखते हुये भी तमाम शरारतों के बीच राहत ही देती या पहुंचाती हैं? सो... रचना के साथ ही इस राहत के लिये भी धन्यवाद।
kucch iss tarah chhua ki kuch bhi unchhua na raha, itne kam shabdon me aapne kya khoob ha kaha.. ek ek shabd bheenge huye hon jyun holi ke rang, padhte padhte man hoye chanchal karne ko hurdang.
क्षमा कीजिएगा, होली के जाने के बाद आया हूँ ब्लॉग पर होली का संदेश पढ़ने । पर मुझे ऐसा लगा कि होली तो अभी भी है । होली का बहुत सुंदर चित्रण किया है आपने। हार्दिक शुभकामनाएँ !!
हरारत में शरारत ....:) :) होली की शुभकामनायें
ReplyDeleteबहुत ही बढ़िया.
ReplyDeleteआपको होली की सपरिवार हार्दिक शुभ कामनाएं!
सादर
सादर
हांथों में गुलाल और होली की हरारत ....के साथ होली की शुभकामनाएं ।
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर होली गीत...आपको और आपके पूरे परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनाएँ।
ReplyDeleteआप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाये
ReplyDeleteवाह वाह सही कहा ……………होली की हार्दिक शुभकामनायें।
ReplyDeleteसंगीता स्वरुप जी,
ReplyDeleteबहुत-बहुत धन्यवाद...
रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
यशवन्त माथुर जी,
ReplyDeleteआपने मेरी कविता को पसन्द किया... हार्दिक धन्यवाद !
रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
सदा जी,
ReplyDeleteआपका आना सुखद लगा ...... हार्दिक धन्यवाद !
रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
सत्यम शिवम जी,
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद !
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।
होली का पर्व आपके लिए मंगलमय हो...
ओम कश्यप जी,
ReplyDeleteआपको बहुत-बहुत धन्यवाद...
रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
वन्दना जी,
ReplyDeleteआपका आना सुखद लगा ....हार्दिक धन्यवाद !
होली का पर्व आपके लिए मंगलमय हो...
holi ki hardik shubhkamnae..
ReplyDeletethodi si shararat meri, ek chutki abeer meri
ReplyDeleteholi ki hararat men thodi see shararat mil jaaye to holi aur rangeen ho jayen.
ReplyDeleteHoli ki hardik shubhkamanayen.
आदरणीय डॉ.शरद सिंह जी
ReplyDeleteनमस्कार !
सुंदर होली गीत...आपको और आपके पूरे परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनाएँ।
अतिसुंदर रंगमयी रसपूर्ण रचना.
ReplyDeleteअमित-निवेदिता जी,
ReplyDeleteरंगपर्व होली पर आपको भी असीम शुभकामनायें !
रश्मि प्रभा जी,
ReplyDeleteआपने मेरी कविता को पसन्द किया... हार्दिक धन्यवाद !
होली का पर्व आपके लिए मंगलमय हो...
रेखा श्रीवास्तव जी,
ReplyDeleteआपका आना सुखद लगा ....हार्दिक धन्यवाद !
होली का पर्व आपके लिए मंगलमय हो...
संजय भास्कर जी,
ReplyDeleteहोली का पर्व आपके और आपके पूरे परिवार लिए मंगलमय हो...
बहुत खूब! होली की हार्दिक शुभकामनायें!
ReplyDeleteसंजय भास्कर जी,
ReplyDeleteआपने मेरी कविता को पसन्द किया...
आपको बहुत-बहुत धन्यवाद...
होली पर पुनः असीम शुभकामनायें !
कैलाश सी. शर्मा जी,
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद!
आपका आना सुखद लगा ....
होली का पर्व आपके लिए मंगलमय हो...!
बहुत खूबसुरत.
ReplyDeleteरंग-बिरंगी होली की हार्दिक शुभकामनाएँ...
सुशील बाकलीवाल जी,
ReplyDeleteआपको बहुत-बहुत धन्यवाद...
रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
इस हरारत में एक मुग्धता है।
ReplyDeleteहोली की ढेरों शुभकामनाएं.
ReplyDeleteएक सहज भाव सम्प्रेषण है आपकी इस रचना में होली के रंगों की तरह ...आपको होली की हार्दिक शुभकामनायें ...
ReplyDeleteमेरे दुसरे ब्लॉग धर्म और दर्शन पर आपका स्वागत है
आप सब को होली बहुत-बहुत मुबारक हो.
ReplyDeleteखामोशी भी और तकल्लुम भी ,
ReplyDeleteहर अदा एक क़यामत है जी
@ आप कितना अच्छा लिखती हैं ?
मुबारक हो आपको रंग बिरंग की खुशियाँ .
हा हा हा sss हा हा हा हा ssss
http://shekhchillykabaap.blogspot.com/2011/03/blog-post.html
हम आपके फोलोअर बनना चाहते हैं , लेकिन आप्शन बंद है शायद ?
ReplyDeleteबहुत बढ़िया ..... होली की हार्दिक शुभकामनायें
ReplyDeleteप्रवीण पाण्डेय जी,
ReplyDeleteआभारी हूं आपकी......विचारों से अवगत कराने के लिए।
रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
समीर लाल जी,
ReplyDeleteबहुत-बहुत धन्यवाद....
आपको भी रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
Er. सत्यम शिवम जी,
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद
आपने मेरी काव्य-प्रस्तुति को कल शनिवार (19.03.2011) को "चर्चा मंच" पर प्रस्तुत करने योग्य माना...आभारी हूं...
उत्सुकता से प्रतीक्षा है....
रंगपर्व होली आपको असीम खुशियां प्रदान करे..... शुभकामनायें !
केवल राम जी,
ReplyDeleteआभारी हूं आपकी......विचारों से अवगत कराने के लिए।
रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
विजय माथुर जी,
ReplyDeleteबहुत-बहुत धन्यवाद....
आपको भी रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
शेखचिल्ली का बाप....,
ReplyDeleteआपको बहुत-बहुत धन्यवाद...
मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है
आभारी हूं आपकी विचारों से अवगत कराने के लिए।
आपको भी होली की हार्दिक शुभकामनाएं !
डॉ॰ मोनिका शर्मा,
ReplyDeleteआपका आना सुखद लगा ... हार्दिक धन्यवाद !
रंगपर्व होली आपको असीम खुशियां प्रदान करे..... शुभकामनायें !
होली की हरारत,बहुत खूब.....
ReplyDeleteहोली के सुअवसर पर आप और आपके परिवार को होली की हार्दिक बधाई
आपने मेरे आग्रह को स्वीकार करते हुए मेरे ब्लॉग "धर्म और दर्शन" पर अपनी अमूल्य टिप्पणी की , आपने इस ब्लॉग का अनुसरण कर मुझे उत्साहित किया आपका आभारी हूँ ...आशा है आपका मार्गदर्शन यूँ ही मिलता रहेगा ..आपका पुनः धन्यवाद
ReplyDeleteहोली के शुभ अवसर पर आपको सपरिवार हार्दिक शुभ कामनाएं बहुत अच्छी रंग भरी कविता |
ReplyDeleteआशा
बहुत खूब, आपको होली की हार्दिक शुभकामनाये !
ReplyDeleteभई होली तो शानदार है,
ReplyDeleteमतलब कलम की पिचकारी से निकली शब्दों के रंग के रूप में कविता।
होली मुबारक़!!
sundar hridaya grahi rachana ke liye sadhuvad
ReplyDelete. holy mubarak .
आँखों में शरारत, होली की हरारत.............वाह,क्या बात है.
ReplyDeleteहफ़्तों तक खाते रहो, गुझिया ले ले स्वाद.
मगर कभी मत भूलना,नाम भक्त प्रहलाद.
होली की हार्दिक शुभकामनायें.
ReplyDeleteदो शब्दों में पूरा लेख लिख दिया ...आप अपनी बात कहने में कामयाब हैं डॉ शरद सिंह !
शुभकामनायें होली पर !
सुंदर अंदाज।
ReplyDeleteकम शब्दों में पूर्ण अभिव्यक्ति की कला मंत्र मुग्ध कर देती है ।
..होली की ढेर सारी शुभकामनायें।
बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति दी है आपने होली की. चंद लफ़्जों में पूरी होली की सुंदरता को अभिव्यक्त कर दिया. बेहद सुंदरतम.
ReplyDeleteहोली पर्व की घणी रामराम.
आपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनायें।
ReplyDeleteसुनील कुमार जी,
ReplyDeleteजानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरी कविता पसन्द आई....
फागुनी शुभकामनायें एवं आभार....
केवल राम जी,
ReplyDeleteबहुत-बहुत धन्यवाद...
होली की हार्दिक शुभकामनाएं !
आशा जी,
ReplyDeleteआपका आना सुखद लगा ...... हार्दिक धन्यवाद ...
रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
पी.सी.गोदियाल परचेत जी,
ReplyDeleteआपका सदा स्वागत है...
जानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरी कविता पसन्द आई....
फागुनी शुभकामनायें एवं आभार....
मनोज कुमार जी,
ReplyDeleteबहुत-बहुत धन्यवाद...
होली की हार्दिक शुभकामनाएं !
होली की हार्दिक शुभकामनाये .
ReplyDeleteउदय वीर सिंह जी,
ReplyDeleteआपके विचारों ने मेरा उत्साह बढ़ाया...
बहुत-बहुत धन्यवाद...
रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
कुंवर कुसुमेश जी,
ReplyDeleteमेरी कविता को आत्मीयता प्रदान करने लिए आभार....
रंगपर्व होली आपको ...
असीम खुशियां प्रदान करे..... शुभकामनायें !
सतीश सक्सेना जी,
ReplyDeleteबहुत-बहुत धन्यवाद...
रंगपर्व होली आपको - - -
असीम खुशियां प्रदान करे..... शुभकामनायें !
देवेन्द्र पाण्डेय जी,
ReplyDeleteजानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरी कविता पसन्द आई....
रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
ताऊ रामपुरिया जी,
ReplyDeleteमेरी कविता को आत्मीयता प्रदान करने लिए आभार....
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....
रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
रवीन्द्र प्रभात जी,
ReplyDeleteआपका आना सुखद लगा...
जानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरी कविता पसन्द आई....
फागुनी शुभकामनायें एवं आभार....
विजय जी,
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए आपका शुक्रिया...
आपका स्वागत है....
होली की हार्दिक शुभकामनाएं !
कमाल है ,बधाई
ReplyDeleteसुरक्षित , शांतिपूर्ण और प्यार तथा उमंग में डूबी हुई होली की सतरंगी शुभकामनायें ।
बहुत सुन्दर ! उम्दा प्रस्तुती! ! बधाई!
ReplyDeleteआपको एवं आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनायें!
अजय कुमार जी,
ReplyDeleteमेरी कविता को आत्मीयता प्रदान करने लिए आभार....
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....
रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
कम शब्दों में होली का गुलाल भर दिया ,चेहरा ही नहीं पूरा दिल रंग गया !
ReplyDeleteis sundar rachna ke saath rang parv ki badhai aapko .
ReplyDeleteਥੋੜੇ ਸ਼ਬਦਾਂ 'ਚ ਬਹੁਤ ਕੁਝ ਕਹਿਣ ਦੀ ਮੁਹਾਰਤ ਰੱਖਦੇ ਹੋ ਸ਼ਾਰਦ ਜੀ ਆਪ..
ReplyDeleteਆਪ ਦੀ ਕਲਮ ਨੂੰ ਸਲਾਮ !
ਹੋਲੀ ਦੀਆ ਬਹੁਤ-ਬਹੁਤ ਮੁਬਾਰਕਾਂ !
ਹਰਦੀਪ
उर्मि चक्रवर्ती (बबली) जी,
ReplyDeleteआपका आना सुखद लगा...
जानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरी कविता पसन्द आई....
आपको भी रंगपर्व होली पर फागुनी शुभकामनायें !
संतोष त्रिवेदी जी,
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद !
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।
होली का पर्व आपके लिए मंगलमय हो...
ज्योति सिंह जी,
ReplyDeleteआपका आना सुखद लगा...
जानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरी कविता पसन्द आई....
फागुनी शुभकामनायें एवं आभार....
ਡਾ. ਹਰਦੀਪ ਕੌਰ ਸੰਧੂ ਜੀ ,
ReplyDeleteਹੌਸਲਾ ਅਫਜਾਈ ਲਈ ਬਹੁਤ-ਬਹੁਤ ਧੰਨਵਾਦ....
ਆਪਕੋ ਭੀ ਹੋਲੀ ਦੀਆ ਦਿਲੀ ਮੁਬਾਰਕਾਂ !
होली पर कविता अच्छी लगी।
ReplyDeleteहोली की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ।
आपको होली की रंग भरी बधाइयाँ एवं शुभकामनाएँ
ReplyDeleteहोली की शुभकामनायें
ReplyDeleteवाह वाह ... होली का रंग बिखरा हुवा है आज ....
ReplyDeleteआपको और समस्त परिवार को होली की हार्दिक बधाई और मंगल कामनाएँ ....
ye to holi khelne ke pahle ki hararat hai...khelne ke baad to bas khumari hi khumaari hai...lgata hai hararat jane ki taiyaari hai...phir intzaar agale saal ki hararat ka...HOLI HI...
ReplyDeleteआचार्य परशुराम राय जी,
ReplyDeleteआपकी अमूल्य विचारों ने उत्साह बढ़ाया...
फागुनी शुभकामनायें एवं आभार....
राजेन्द्र राठौर जी,
ReplyDeleteआपको भी रंगपर्व होली पर फागुनी शुभकामनायें !
मनोज कुमार जी,
ReplyDeleteआपका आना सुखद लगा...
फागुनी शुभकामनायें एवं आभार....
दिगम्बर नासवा जी,
ReplyDeleteआपका आना सुखद लगा...
जानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरी कविता पसन्द आई....
आपको भी रंगपर्व होली पर फागुनी शुभकामनायें !
वानभट्ट जी,
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद !
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।
होली का पर्व आपके लिए मंगलमय हो...
खूबसूरत अभिव्यक्ति. आभार.
ReplyDeleteनेह और अपनेपन के
इंद्रधनुषी रंगों से सजी होली
उमंग और उल्लास का गुलाल
हमारे जीवनों मे उंडेल दे.
आप को सपरिवार होली की ढेरों शुभकामनाएं.
सादर
डोरोथी.
होली की हार्दिक शुभकामनाएं!
ReplyDeleteप्यारी रचना.....
ReplyDeleteहोली की हार्दिक मंगलकामनाएँ |
डोरोथी जी,
ReplyDeleteआपका आना सुखद लगा...
जानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरी कविता पसन्द आई....
आपको भी रंगपर्व होली पर फागुनी शुभकामनायें !
सबा अकबर जी,
ReplyDeleteआपको भी रंगपर्व होली पर फागुनी शुभकामनायें !
सुरेन्द्र सिंह 'झंझट',
ReplyDeleteमेरी कविता को आत्मीयता प्रदान करने लिए आभार....
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....
रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
आदरणीय शरद जी,
ReplyDeleteयथायोग्य अभिवादन् ।
जी... होली पर आपकी रचना पढऩे को मिली, आपने शब्दों के माध्यम से न सिर्फ गुलाल की भीनी खुशबू बिखेरी, इसके साथ ही खिलखिलाहट भी सुनाई दी।
आपको पढऩे वाले सभी लोगों ने हरारत में भी आंखों की शरारत को देखा होगा। जी... रंग जिन्दगी की मानिंद होते हैं, बहुत कुछ कहते हैं और शायद इन्हें ही देख आंखे भी सब कुछ देखते हुये भी तमाम शरारतों के बीच राहत ही देती या पहुंचाती हैं?
सो... रचना के साथ ही इस राहत के लिये भी धन्यवाद।
रविकुमार सिंह
होली की शुभकामनाएं शरद जी
ReplyDeleteआभार
नील प्रदीप जी,
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए आपका शुक्रिया...
आपका स्वागत है....
होली की हार्दिक शुभकामनाएं !
ललित शर्मा जी,
ReplyDeleteस्वागत एवं पुनः हार्दिक शुभकामनाएं !
रविकुमार सिंह बाबुल जी,
ReplyDeleteआपका आना सुखद लगा...
जानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरी कविता पसन्द आई....
आपको भी रंगपर्व होली पर फागुनी शुभकामनायें !
राजेन्द्र राठौर जी,
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए आपका शुक्रिया...
आपका स्वागत है....
होली की हार्दिक शुभकामनाएं !
शरद जी ! 'लाला फिर आइओ खेलन' होरी वाला आनंद आ गया ! धन्यवाद !
ReplyDeletesharad ji ,
ReplyDeleteहोली की हार्दिक शुभकामनाएं !
ऊषा राय जी,
ReplyDeleteअपनी कविता पर आपकी आत्मीय टिप्पणी सुखद लगी...
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....
रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
शिखा कौशिक जी,
ReplyDeleteस्वागतम्...
आपको भी रंगपर्व होली पर फागुनी शुभकामनायें !
होली की शुभ कामना दूसरे ब्लॉग पर दीं हैं,यहाँ भी स्वीकार करें.मेरे ब्लॉग पर आपका इंतजार है.
ReplyDeleteराकेश कुमार जी,
ReplyDeleteआपको भी रंगपर्व होली पर फागुनी शुभकामनायें !
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....
बहुत खूब।
ReplyDeleteहोली के पर्व की अशेष मंगल कामनाएं।
धर्म की क्रान्तिकारी व्या ख्याa।
समाज के विकास के लिए स्त्रियों में जागरूकता जरूरी।
ज़ाकिर अली ‘रजनीश’ जी,
ReplyDeleteजानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरी कविता पसन्द आई....
आपको भी रंगपर्व होली पर फागुनी शुभकामनायें !
चार पंक्तियों में ही साँसों तक को फागुन फागुन कर दिया !
ReplyDeleteआपकी क्षमता को नमन !
ज्ञानचंद मर्मज्ञ जी,
ReplyDeleteमेरी कविता को आत्मीयता प्रदान करने लिए आभार....
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....
असीम शुभकामनायें !
रतन जैसवानी जी (व्यंग्य-बाण),
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए हार्दिक धन्यवाद!
आपका स्वागत है!
आपके विचारों की प्रतीक्षा रहेगी।
happy holi
ReplyDeletecheck out mine blog also
and i hope you will like my blog
http://iamhereonlyforu.blogspot.com/
Chirag Joshi ji,
ReplyDeleteThank you for visiting my blog!
It is pleasure to me .
I am going to visit your Blog just now.
Wish you Happy Rang Panchami!
kucch iss tarah chhua ki kuch bhi unchhua na raha,
ReplyDeleteitne kam shabdon me aapne kya khoob ha kaha..
ek ek shabd bheenge huye hon jyun holi ke rang,
padhte padhte man hoye chanchal karne ko hurdang.
Kshamaprarthi hun vilambit taal ke liye...
bahut khoob...aabhaar.
विजय रंजन जी,
ReplyDeleteदेर से सही, आपका आना सुखद लगा ... हार्दिक धन्यवाद !
इसी तरह अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराते रहें।
क्षमा कीजिएगा, होली के जाने के बाद आया हूँ ब्लॉग पर होली का संदेश पढ़ने । पर मुझे ऐसा लगा कि होली तो अभी भी है । होली का बहुत सुंदर चित्रण किया है आपने। हार्दिक शुभकामनाएँ !!
ReplyDeleteरजनीश तिवारी जी,
ReplyDeleteआपका आना सुखद है...अपने विचारों से अवगत कराने के लिए
हार्दिक आभार....
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....
असीम शुभकामनायें !
आनन्द द्विवेदी जी,
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए आपका शुक्रिया...
आपका स्वागत है....
बहुत सुंदर लिखा है आपने... आपको होली की बिलेटेड शुभकामना ..........
ReplyDeleteमहफूज़ अली जी,
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद !
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।
प्रति दिन आपके लिए मंगलमय हो...
nice
ReplyDeleteसारा सच,
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद !
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।
सुंदर पोस्ट देर से ही सही हम भी रंगमय /गुलालमय हो लें |बधाई और शुभकामनाएं |
ReplyDeleteजयकृष्ण राय तुषार जी,
ReplyDeleteदेर से सही, आपका आना सुखद लगा ... हार्दिक धन्यवाद !
इसी तरह अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराते रहें।
चन्द्र प्रकाश दुबे जी,
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए आपका शुक्रिया...
आपका स्वागत है....
चैतन्य शर्मा जी,
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए आपका हार्दिक आभार..
आपका सदा स्वागत है....
bahut sunder -
ReplyDeletepahle hararat...phir shararat ....phir bukhar chadhata hai holi ka ....!!rang aise ki kabhi utarate hi nahin ....
अनुपमा जी,
ReplyDeleteमेरी कविता को आत्मीयता प्रदान करने लिए आभार....
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....
असीम शुभकामनायें !
होली की शुभकामनाएं...क्यूँ के होली तो कभी मनाई जा सकती है जैसे:-
ReplyDeleteकरें जब पाँव खुद नर्तन, समझ लेना की होली है
हिलोरें ले रहा हो मन, समझ लेना की होली है
अगर महसूस हो तुमको, कभी जब सांस लो 'नीरज'
हवाओं में घुला चन्दन, समझ लेना की होली है
नीरज
nice
ReplyDeleteनीरज गोस्वामी जी,
ReplyDeleteजानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरी कविता पसन्द आई.... हार्दिक धन्यवाद !
मेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए आपका शुक्रिया...आपका स्वागत है....
‘अगर महसूस हो तुमको, कभी जब सांस लो 'नीरज'
हवाओं में घुला चन्दन, समझ लेना की होली है’- बहुत ही सुंदर पंक्तियाँ लिखी हैं आपने।
सारा सच,
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद !
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।
बहुत ही खूबसूरत कविता!
ReplyDelete'साहिल' जी,
ReplyDeleteमेरी कविता को आत्मीयता प्रदान करने लिए आभार....
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....
मेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए आपका शुक्रिया...
आपका स्वागत है....
"aankhon me sharaarat ho "baaki sab kuchh peechhe peechhe chlaa aataa hai .
ReplyDeletebehatreen andaaz baat kahne kaa,bimb ko samvaarne kaa , .
veerubhai .
बहुत ही सुन्दर रचना. शरदजी आपने कम शब्दो मे बहुत कुछ कह दिया. धन्यवाद!
ReplyDeletehttp://ravindrakoshti.blogspot.com
sunder rachna. deri ke liye sorry.
ReplyDeleteवीरेन्द्र शर्मा जी (veerubhai) जी,
ReplyDeleteअपनी कविता पर आपकी आत्मीय टिप्पणी सुखद लगी...
आभारी हूं...
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....
रवीन्द्र रवि जी,
ReplyDeleteमेरी कविता को आत्मीयता प्रदान करने लिए आभार....
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....
अनामिका जी,
ReplyDeleteदेर से सही, आपका आना सुखद लगा ... हार्दिक धन्यवाद !
इसी तरह अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराती रहें।
आपका सदा स्वागत है...