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क्लेश मिट जाए, रहे बस, रोशनी का ही बसेरा
......मेरी इन पंक्तियों के सहित "दैनिक भास्कर" ने आज मेरे व्यक्तित्व एवं कृतित्व को अपने "सार्थक दिवाली लक्ष्मी " विशेषांक में स्थान दिया ... दैनिक भास्कर की इस आत्मीयता की अत्यंत आभारी हूं !




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