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Shayari of Dr Sharad Singh |
बांह का तकिया लगा कर सिर टिकाए
हम विचारों के नगर में घूम आए
प्यार की सौगंध भी क्या चीज़ है
हो भले झूठी, मगर फिर भी लुभाए
- डॉ शरद सिंह
(मेरे ग़ज़ल संग्रह ‘पतझर में भीग रही लड़की’ से)
#SharadSingh #Shayari #Ghazal
#World_Of_Emotions_By_Sharad_Singh
ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, शुरू हो रहा है ब्लॉगरों के मिलने का सिलसिला
ReplyDelete“ , मे आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
bahut khoob
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