पृष्ठ

24 July, 2013

कसम से ....


13 comments:

  1. कसम से...
    बहुत सुन्दर....
    :-)

    ReplyDelete
  2. बहुत ही लाजवाब शेर, शुभकामनाएं.

    रामराम.

    ReplyDelete
  3. बेहतरीन , हृदयस्पर्शी ,बधाई

    ReplyDelete
  4. बहुत खुबसूरत ग़ज़ल लाजबाब , मुबारक हो

    ReplyDelete
  5. बड़ी खूबसूरत गज़ल हैं कसम से |
    ..............बहुत अच्छी गज़ल ,मीठे इमोशंस युक्त |
    नई पोस्ट-“प्रेम ...प्रेम ...प्रेम बस प्रेम रह जाता हैं|”

    ReplyDelete



  6. बड़ी शिद्दत से तुमको चाहते हैं हम क़सम से
    वाऽहऽऽ…!

    आदरणीया डॉ. शरद सिंह जी !
    आपका लिखा हमेशा पढ़ते रहना चाहते हैं हम...
    क़सम से...
    :)

    सादर शुभकामनाओं सहित...
    -राजेन्द्र स्वर्णकार

    ReplyDelete
  7. बहुत अच्छा लिखती हैं आप कसम से...
    आपके ब्लॉग तक आज ही पहुँच पाए हैं वैसे फेसबुक पर तो आपकी रचनाए मिलती थीं...
    यूँ ही लिखती रहिए..
    सादर शुभकामनाओं सहित,
    सारिका मुकेश

    ReplyDelete