पृष्ठ

10 March, 2023

कविता | सलवटों वाले दिन | डॉ (सुश्री) शरद सिंह

सलवटों वाले दिन 
- डॉ (सुश्री) शरद सिंह

मसल कर फेंके गए 
काग़ज़ की तरह 
तुड़े-मुड़े 
सलवटों वाले दिन 
नहीं होते 
किसी भी तरह सीधे 
कर लो चाहे 
जितने जतन।
-----------
#poetry #poetrylovers  #poetryloving  #mypoetry  #डॉसुश्रीशरदसिंह  #World_Of_Emotions_By_Sharad_Singh  #DrMissSharadSingh  #poetrycommunity #काव्य #कविता #काग़ज़ #दिन #जतन

No comments:

Post a Comment