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26 January, 2022

गणतंत्र हमारा | गणतंत्र दिवस | काव्य | डॉ (सुश्री) शरद सिंह


गणतंत्र हमारा
- डाॅ (सुश्री) शरद सिंह

आज़ादी   का  भान  कराता  है गणतंत्र हमारा।
दुनिया भर  में  मान  बढ़ाता  है गणतंत्र हमारा।

खुल कर बोलें, खुल कर लिक्खें, खुल कर जी लें हम
सबको ये अधिकार  दिलाता  है गणतंत्र हमारा।

संविधान    के   द्वारा   जिसका   सृजन   किया है हमने
प्रजातंत्र   की  साख  बचाता है  गणतंत्र हमारा।

धर्म, जाति  से  ऊपर   उठ   कर  चिंतन करने वाला
इक  सुंदर  संसार   बनाता  है  गणतंत्र हमारा।

पूरब,   पश्चिम,    उत्तर,    दक्षिण -  पूरी दुनिया भर को
"शरद" सभी को सदा लुभाता है गणतंत्र हमारा।
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4 comments:

  1. जी नमस्ते ,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल गुरुवार (२७-०१ -२०२२ ) को
    'गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ....'(चर्चा-अंक-४३२३)
    पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है।
    सादर

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  2. जय भारत !
    अच्छी रचना !

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  3. खुल कर बोलें, खुल कर लिक्खें, खुल कर जी लें हम
    सबको ये अधिकार दिलाता है गणतंत्र हमारा।
    सुंदर रचना

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  4. बहुत सुंदर रचना
    जयहिंद

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