पृष्ठ

17 January, 2024

शायरी | चराग़ जलता है | डॉ (सुश्री) शरद सिंह

स्याह रातें भले मिलीं हमको 
फिरभी दिल में चराग़ जलता है
रोशनी का हलफ़ उठाया है 
ख़्वाब में आफ़ताब पलता है
- डॉ (सुश्री) शरद सिंह

#शायरी #ग़ज़ल #डॉसुश्रीशरदसिंह 
#DrMissSharadSingh #shayariofdrmisssharadsingh 
#World_Of_Emotions_By_Sharad_Singh #स्याह #रातें #हमको #दिल #चिराग #जलता #रोशनी #हलफ़ #ख़्वाब #आफ़ताब

No comments:

Post a Comment