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01 January, 2024

शायरी | मसाईल | डॉ (सुश्री) शरद सिंह

उसके जाने की अफ़्सुर्दगी क्यों मिली
ज़िन्दगी में मसाइल कहीं कम थे क्या?
- डॉ (सुश्री) शरद सिंह
(अफ़्सुर्दगी=अवसाद, depression) 

शायरी | मसाईल | डॉ (सुश्री) शरद सिंह

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