पृष्ठ

01 January, 2023

नये साल में | ग़ज़ल | डॉ (सुश्री) शरद सिंह

नये साल में
- डॉ (सुश्री) शरद सिंह

पिछले साल करी जो ग़लती उसको ना दोहराएं।
नये साल को अच्छाई से, अच्छा साल बनाएं। 

जो नहीं मिला, सो नहीं मिला, ना सोचें उसको
जो मिला हमें, उसको हम, पूरे दिल से ही अपनाएं।

है एक सुनहरा कल स्वागत में खड़ा हुआ
अपनी मेहनत से आगे बढ़, हम हाथ मिलाएं।

खुद पर हम विश्वास करें औ अच्छे-अच्छे काम करें
मदद करें औरों की, और, औरों को साथ बढ़ाएं।

मुश्क़िल कैसी भी आए, पर, हार नहीं मानेंगे
नये साल में आगे बढ़ कर यह संकल्प उठाएं
             ------------------

5 comments:

  1. मुश्क़िल कैसी भी आए, पर, हार नहीं मानेंगे
    नये साल में आगे बढ़ कर यह संकल्प उठाएं
    -उम्दा सीख
    बढ़िया ग़ज़ल

    ReplyDelete
  2. सही कहा आपने,
    नए साल में नए इरादे और मजबूती से डटे रहने की प्रेरणा देती कविता।

    ReplyDelete
  3. बहुत सुंदर सृजन ।
    नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।

    ReplyDelete