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02 July, 2019

कांटों से फूल चुनता है .. ( ग़ज़ल ).. - डॉ शरद सिंह

Kanto Se Phool Chunta Hai ... Ghazal of Dr (Miss) Sharad Singh

 कांटों से फूल चुनता है
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वो जो कांटों से फूल चुनता है
दिल मेरा ख़्वाब उसका बुनता है
वो न बोले तो  कोई बात नहीं
लम्हा-लम्हा उसी को सुनता है
- डॉ शरद सिंह

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