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03 June, 2019

मुहब्बत से भीगी .. ( ग़ज़ल ).. - डॉ शरद सिंह

Muhabbat Se Bhigi ... Ghazal of Dr (Miss) Sharad Singh

मुहब्बत से भीगी 

 हमारी दुआयें असर ला रही हैं
किसी राह भूले को घर ला रही हैं


हवायें मेहरबान होने लगी हैं
मुहब्बत से भीगी ख़बर ला रही हैं


हैं दिल में जो अंगड़ाइयां चाहतों की
नई शायरी की बहर ला रही हैं


वो मजबूरियां हल नहीं हो रही हैं
जो गांवों से सबको शहर ला रही हैं


'शरद' को है उम्मीद उन औरतों से
जो बदलाव की इक लहर ला रही हैं
- डॉ शरद सिंह


#DrMissSharadSingh

5 comments:

  1. सरल सुंदर अभिव्यक्ति।

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  2. उम्दा /बेहतरीन प्रस्तुति।

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  3. बहुत सुंदर ग़ज़ल

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  4. बहुत खूब ,लाजबाब ,सादर

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  5. बहुत सुन्दर भावपूर्ण अभिव्यक्ति।

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