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18 January, 2019

उसे दी थी सदा ...- डॉ. शरद सिंह

Use Di Thi Sadaa ... Ghazal by Dr (Miss) Sharad Singh

उसे दी थी सदा पर वो कभी मुड़कर नहीं आया
अंधेरा छा गया हो, साथ   फिर  देता नहीं साया
हमारा ही जुनूं था,  हम   पुकारे  ही  गए उसको
वो बादल था कहीं बरसा,यहांपर फिर नहीं छाया
- डॉ शरद सिंह

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