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25 December, 2018

रात ... डॉ शरद सिंह

Poetry of Dr (Miss) Sharad Singh
रात
चांद के मटके में
भर लाई रोशनी
छलक रही हैं किरणें
छिटक रही हैं बूंदें तारे बन।
                     - डॉ शरद सिंह

#SharadSingh #Poetry
#World_Of_Emotions_By_Sharad_Singh

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