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23 August, 2018

दग़ा कोई करे ... डॉ शरद सिंह

Shayari of Dr (Miss) Sharad Singh

दग़ा  कोई   करे  तो  ग़म  नहीं  है
वफ़ा के नाम से लगता है अब डर
- डॉ शरद सिंह

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