पृष्ठ

25 February, 2017

दिल की पाठशाला में ...

Shayari of Dr (Miss) Sharad Singh

मैं लैला या कि शीरीं या कि तेरी हीर हो जाऊं
मगर तू भी तो मजनूं, राझणां, फरहाद हो जाए
जो मैंने पढ़ लिया है पाठ, दिल की पाठशाला में
वो पूरा पाठ तुझको भी तो इक दिन याद हो जाए
- डॉ शरद सिंह
#Shayari #SharadSingh

No comments:

Post a Comment