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21 February, 2017

हर ख़्वाब हो सच अपना ...

Shayari of Dr (Miss) Sharad Singh

तस्वीर को   रंगों से,   आंचल   पे  उतारा है
हर ख़्वाब हो सच अपना, ये ख़्वाब हमारा है
तुम खोल के दरवाज़ा,  दस्तक को उठा लेना
माहौल  बदलने   को   मौसम ने   पुकारा है
- डॉ शरद सिंह

 
#Shayari #SharadSingh

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