पृष्ठ

04 December, 2013

तुझे पाना यक़ीनन ...


5 comments:

  1. वाह! बहुत सुन्दर...

    ReplyDelete
  2. बेहतरीन-
    शुभकामनायें आदरेया-

    ReplyDelete
  3. वाह ! बहुत बढ़िया,बेहतरीन अभिव्यक्ति...!
    -------------------------------------------
    Recent post -: वोट से पहले .

    ReplyDelete

  4. अभिव्यक्ति का शिखर छू रही है ये रचना।, अभिनव और परम्परा गत प्रतीकों का सुन्दर निर्वाह हुआ है मय रूपक तत्व के। शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया !

    ReplyDelete
  5. वाह, जबरदस्त भाव अभिव्यक्त हुये हैं इस रचना में, शुभकामनाएं.

    रामराम.

    ReplyDelete