मित्रों का स्वागत है - डॉ. (सुश्री) शरद सिंह
marmik
मर्मस्पर्शी
बहुत उम्दा,,,RECENT POST : प्यार में दर्द है,
जिसके मन में यह विचार आएगा वह ऐसा घृणित काम कैसे करेगा ....त्वरित न्याय और मृत्युदण्ड ही कारगर उपाय ...मर्मस्पर्शी
बहुत सुंदर शरद जी .....अंतर्मन तक छू लेने वाली पंक्तियाँ....
चरित्र और संवेदन हीनता अपने चरमोत्कर्ष पर पहुंच चुकी है.रामराम.
मार्मिक ... दिल दहल जाता है ...
agar yaad aayee hoti to aisa vehshiyaana bartaav na hota...
Nahee aati yad ghar kee BetiyanaAatee to kyun karta yah nrushans kand.
marmik
ReplyDeleteमर्मस्पर्शी
ReplyDeleteबहुत उम्दा,,,
ReplyDeleteRECENT POST : प्यार में दर्द है,
जिसके मन में यह विचार आएगा वह ऐसा घृणित काम कैसे करेगा ....
ReplyDeleteत्वरित न्याय और मृत्युदण्ड ही कारगर उपाय ...
मर्मस्पर्शी
बहुत सुंदर शरद जी .....
ReplyDeleteअंतर्मन तक छू लेने वाली पंक्तियाँ....
चरित्र और संवेदन हीनता अपने चरमोत्कर्ष पर पहुंच चुकी है.
ReplyDeleteरामराम.
मार्मिक ... दिल दहल जाता है ...
ReplyDeleteagar yaad aayee hoti to aisa vehshiyaana bartaav na hota...
ReplyDeleteNahee aati yad ghar kee Betiyana
ReplyDeleteAatee to kyun karta yah nrushans kand.