मित्रों का स्वागत है - डॉ. (सुश्री) शरद सिंह
लोग मर्यादा की बात तो कर रहे हैं...पर मर्यादा पुरुषोत्तम की नहीं...
सच कहा...अनु
बिल्कुल सच ...
लक्ष्मण रेखा खींच के, जाय बहाना पाय ।खून बहाना लूटना, दे मरजाद मिटाय ।दे मरजाद मिटाय, सदी इक्कीस आ गई ।किन्तु सोच उन्नीस, बढ़ी है नीच अधमई ।पुरुषों के कुविचार, जले पर केवल रावण। रेखा चलूं नकार, पुरुष ही खींचा, लक्ष्मण ।
गहरी बात
ak talkh sacchayee,behatareen rachna.....new posts:khichadi,ji to lijiye
डॉ साहिबा आपके इन चार लाइन का जवाब चार जन्मों और तीन लोकों में नहीं है
बहुत गहन अभिव्यक्ति, शुभकामनाएं.रामराम.
बहुत सही बात कही है आपने .सार्थक अभिव्यक्ति @मोहन भागवत जी-अब और बंटवारा नहीं .
केवल चार पंक्तियों में ... जबर्दस्त उलाहना राजसत्ता भोगने वाले उन नेताओं (पुरुषवादी सोच के व्यक्तियों) पर जो सभी पाबंदियां केवल स्त्रियों पर लादने के हिमायती हैं।इस बार आपकी व्यंजना शैली का कायल हो गया हूँ।
सोचने को मजबूर करती पंक्तियाँ ... सही कहा है आपने ..
bilkul sach kaha aapne....
बहुत उम्दा अभिव्यक्ति |
लोग मर्यादा की बात तो कर रहे हैं...पर मर्यादा पुरुषोत्तम की नहीं...
ReplyDeleteसच कहा...
ReplyDeleteअनु
बिल्कुल सच ...
ReplyDeleteलक्ष्मण रेखा खींच के, जाय बहाना पाय ।
ReplyDeleteखून बहाना लूटना, दे मरजाद मिटाय ।
दे मरजाद मिटाय, सदी इक्कीस आ गई ।
किन्तु सोच उन्नीस, बढ़ी है नीच अधमई ।
पुरुषों के कुविचार, जले पर केवल रावण।
रेखा चलूं नकार, पुरुष ही खींचा, लक्ष्मण ।
गहरी बात
ReplyDeleteak talkh sacchayee,behatareen rachna.....new posts:khichadi,ji to lijiye
ReplyDeleteडॉ साहिबा आपके इन चार लाइन का जवाब चार जन्मों और तीन लोकों में नहीं है
ReplyDeleteबहुत गहन अभिव्यक्ति, शुभकामनाएं.
ReplyDeleteरामराम.
बहुत सही बात कही है आपने .सार्थक अभिव्यक्ति @मोहन भागवत जी-अब और बंटवारा नहीं .
ReplyDeleteकेवल चार पंक्तियों में ... जबर्दस्त उलाहना राजसत्ता भोगने वाले उन नेताओं (पुरुषवादी सोच के व्यक्तियों) पर जो सभी पाबंदियां केवल स्त्रियों पर लादने के हिमायती हैं।
ReplyDeleteइस बार आपकी व्यंजना शैली का कायल हो गया हूँ।
बहुत सही बात कही है आपने .सार्थक अभिव्यक्ति @मोहन भागवत जी-अब और बंटवारा नहीं .
ReplyDeleteसोचने को मजबूर करती पंक्तियाँ ...
ReplyDeleteसही कहा है आपने ..
bilkul sach kaha aapne....
ReplyDeleteबहुत उम्दा अभिव्यक्ति |
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