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07 March, 2011

महिला दिवस पर एक कविता

वह पूरी स्त्री है....



142 comments:

  1. इतने कम शब्द और सृष्टि का ज्वलंत रूप ... बधाई हो

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  2. बहुत ही सही कहा आपने स्त्री बिना तो जीवन की कल्पना ही नहीं कि जा सकती....नारी ही सारी सृष्टि है...बहुत सुंदर रचना.....।

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  3. कम शब्दों में गहरी बात बहुत सुंदर !!

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  4. रश्मि प्रभा जी,
    आपको बहुत-बहुत धन्यवाद !
    इस उत्साहवर्द्धन के लिए आभारी हूं....

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  5. Er. सत्यम शिवम जी,
    हार्दिक धन्यवाद एवं आभार...
    आपका सदा स्वागत है।

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  6. सुनील कुमार जी,
    हार्दिक धन्यवाद ...
    इसी तरह अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराते रहें।

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  7. complete description of a woman .सुंदर वर्णन स्त्री का -
    महिला दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं

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  8. विजय कुमार वर्मा जी,
    आपको बहुत-बहुत धन्यवाद...
    आभारी हूं विचारों से अवगत कराने के लिए।

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  9. अनुपमा जी,
    आपको भी महिला दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं...
    हार्दिक धन्यवाद! सम्वाद बनाएं रखें।

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  10. बहुत सुंदर.... शुभकामनाएं...

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  11. डॉ॰ मोनिका शर्मा,
    आभारी हूं विचारों से अवगत कराने के लिए।
    हार्दिक धन्यवाद!

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  12. इतने कम शब्दों में इतनी सुंदर बात कही है कि मन प्रसन्न हो गया.

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  13. Naari Shakti ka bahut hi prabhavshali, saarthak aur bahut sundar varnan vo bhi thode se shabdon men !
    Badhai aur shubhkamnaen bhi sweekaren !!

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  14. रचना दीक्षित जी,
    आपका आना सुखद लगा ...हार्दिक धन्यवाद!

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  15. रजनीश तिवारी जी,
    आपके विचारों ने मेरा उत्साह बढ़ाया...
    हार्दिक धन्यवाद एवं आभार।

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  16. कहीं लिखा था मैंने..
    मैं आधे से भी क्षीण रहा, जब छीन लिया आधा तुमने।

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  17. http://kanpurashish.blogspot.com/2011/03/blog-post.html

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  18. प्रवीण पाण्डेय जी,
    आभारी हूं विचारों से अवगत कराने के लिए।
    हार्दिक धन्यवाद!

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  19. कानपुर.....,
    आपका स्वागत है।
    विचारों से अवगत कराते तो और प्रसन्नता होती।

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  20. gagar main sagar bhar diya....
    bahut bahut badhai ho...

    jai baba banaras.........

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  21. कौशल किशोर मिश्र (Poorviya)जी,
    आपने मेरी कविता को पसन्द किया... हार्दिक धन्यवाद!

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  22. गागर में सागर भर दिया आपने.. महिला दिवस पर आपको शुभ कामनायें.

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  23. मोहिन्दर कुमार जी,
    आभारी हूं विचारों से अवगत कराने के लिए।
    हार्दिक धन्यवाद!
    आपको भी हार्दिक शुभ कामनायें आभार।

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  24. आज मंगलवार 8 मार्च 2011 के
    महत्वपूर्ण दिन "अन्त रार्ष्ट्रीय महिला दिवस" के मोके पर देश व दुनिया की समस्त महिला ब्लोगर्स को "सुगना फाऊंडेशन जोधपुर "और "आज का आगरा" की ओर हार्दिक शुभकामनाएँ.. आपका आपना

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  25. 'आधी दुनिया' और 'पूरी स्त्री' का बिम्ब अनूठा है. रचना निसंदेह सुन्दर है. बधाई स्वीकारें

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  26. गागर में सागर है यह कविता.
    महिला दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं.

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  27. बिलकुल सच है.
    महिला दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं.

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  28. sabse pehle mahila divas ki hardik shubhkamnaye. rashmi prabha ji k sath sehmat hu.

    dainik bhaskar PUNJAB k city pullout's ka 2-3 page ka header bhi aadhi duniya hi hai.

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  29. इतने कम शब्दों में आपने इतनी गहरी अभिव्यक्ति को साकार किया है कि निशब्द हो गया हूँ !
    आभार !

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  30. दिल को छू लेने वाली एक बहुत ही अच्छी कविता.

    महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.

    सादर

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  31. वाह, चंद लफ़्जों में पूरा संसार समा गया, बहुत लाजवाब रचना.

    रामराम.

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  32. वाह !
    गागर में सागर भरने की कला में आप सिद्धहस्त प्रतीत होती हैं।

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  33. सवाई सिंह जी,
    हार्दिक धन्यवाद!....आपका स्वागत है।

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  34. अबनीश सिंह चौहान जी,
    आभारी हूं विचारों से अवगत कराने के लिए।
    हार्दिक धन्यवाद!

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  35. विजय माथुर जी,
    हार्दिक धन्यवाद!
    आपको भी हार्दिक शुभकामनायें... आभार।

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  36. सोमेश सक्सेना जी,
    हार्दिक धन्यवाद!
    आपको भी हार्दिक शुभकामनायें... आभार।

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  37. विजय मौद्गिल जी,
    आपको भी हार्दिक शुभकामनायें...
    आभारी हूं विचारों से अवगत कराने के लिए।

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  38. ज्ञानचंद मर्मज्ञ जी,
    आपने मेरी कविता को पसन्द किया... हार्दिक धन्यवाद.....आभार!

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  39. यशवन्त माथुर जी,
    आपको भी हार्दिक शुभकामनायें...
    आभारी हूं विचारों से अवगत कराने के लिए।

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  40. ताऊ रामपुरिया जी,
    आपको बहुत-बहुत धन्यवाद !
    इस उत्साहवर्द्धन के लिए आभारी हूं....

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  41. देवेन्द्र पाण्डेय जी,
    हार्दिक धन्यवाद ...
    इसी तरह अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराते रहें।

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  42. यशवन्त जी,
    मेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए हार्दिक धन्यवाद!
    आपका स्वागत है!

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  43. मोहिन्दर कुमार जी,
    मेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए हार्दिक धन्यवाद!
    आपका स्वागत है!

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  44. bahut badi aur gahri baat kah di ,mahila divas ki badhai .

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  45. बेहतरीन रचना....मेरा पुराना कमेन्ट खो गया. :(

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  46. ज्योति सिंह जी,
    आपको बहुत-बहुत धन्यवाद ....आभारी हूं !

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  47. समीर लाल जी,
    पुराना कमेन्ट खो गया तो कोई बात नहीं...यह नया कमेन्ट पर्याप्त है मेरे उत्साहवर्द्धन के लिए .....
    आभारी हूं ....

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  48. कम शब्दों में गहन बात आपसे सीखने लायक है ...
    और सीखने लायक है प्रस्तुतिकरण का तरीक़ा।
    (किस तरह से आप इस पोस्ट को बनायी हैं, हो सके तो यह राज़ शेयर कीजिए।)

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  49. सम्मानिय शरद मेम !
    प्रणाम !
    क्या कहू आप के अल्फाजो को पढ़ , दिल को छूती है हर रचना , कम शब्दों में बेदी बात , छोटी कविताए मेरी पसंदीदा होती है . साधुवाद
    सादर !

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  50. मनोज कुमार जी,
    आपको बहुत-बहुत धन्यवाद !
    इस उत्साहवर्द्धन के लिए आभारी हूं....
    आपका स्वागत है!

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  51. सुनील गज्जाणी जी,
    आपके विचारों ने मेरा उत्साह बढ़ाया...
    इसी तरह अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराते रहें।
    आपको बहुत-बहुत धन्यवाद ...

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  52. "क्योंकि वही तो आधी दुनिया और पूरी स्त्री है."
    हमें तो वही पूरी दुनिया ही समझ आती है क्योंकि बाक़ी आधी दुनिया की जन्मदात्री भी तो वह ही है.ईश्वर को भी पहले 'त्वमेव माता'
    बोला गया,शेष रिश्ते बाद में बने.पदार्थ भी उर्जा का ही संघटित रूप है.जो कुछ है बस उर्जा ही उर्जा है.

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  53. आपने 'मनसा वाचा कर्मणा' को कैसे भुला दिया ?

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  54. 'वाणी' ने भी तो एक हाथ से'मन'' बेचारे को और दूसरे हाथ से 'कर्म'को पकड़ा है ."ऐसी वाणी बोलिए" पर आपका इन्तजार है.

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  55. राकेश कुमार जी,
    आभारी हूं विचारों से अवगत कराने के लिए।
    हार्दिक धन्यवाद!

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  56. itani upmaon ke baad bhi aadhi duniya... huzoor, puri duniya kahiye...itne kam shabdon mein intni gahri baat...simply gr8

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  57. शब्दों की तरतीब, बहुत खूब!

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  58. सत्य वचन .....
    ' एक नहीं दो दो मात्राएँ नर से भारी नारी'

    'नारी बिना अनारी नर'

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  59. कम लफ़्ज़ों में अच्छी रचना... पहली बार आपके ब्लॉग पर आ कर बहुत अच्छा लगा...

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  60. अब फौलो भी कर लिया है... थैंक्स फोर शेयरिंग .........

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  61. pv.kanpur ji,
    अपने विचारों से अवगत कराने के लिए हार्दिक धन्यवाद .... आभार।

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  62. ਸੰਦੀਪ ਸੀਤਲ ਚੌਹਾਨ ਜੀ,
    ਬਹੁਤ-ਬਹੁਤ ਧੰਨਵਾਦ....
    इसी तरह अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराती रहें...
    ਸ਼ੁਕਰੀਆ....

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  63. सुरेन्द्र सिंह ‘झंझट’ जी,
    बहुत खूब...
    आभारी हूं विचारों से अवगत कराने के लिए।
    हार्दिक धन्यवाद!

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  64. बहुत ही सुन्दर रचना.
    शायद खुदा ने पहले स्त्री को ही बनाया.
    तभी स्त्री को खुदा के बाद का दर्जा मिला,पुरुष को नहीं.
    सलाम.

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  65. आदरणीय महोदया , सादर प्रणाम

    आज आपके ब्लॉग पर आकर हमें अच्छा लगा.

    आपके बारे में हमें "भारतीय ब्लॉग लेखक मंच" पर शिखा कौशिक व शालिनी कौशिक जी द्वारा लिखे गए पोस्ट के माध्यम से जानकारी मिली, जिसका लिंक है......http://www.upkhabar.in/2011/03/vandana-devi-nutan-shikha-mamta-preeti.html

    इस ब्लॉग की परिकल्पना हमने एक भारतीय ब्लॉग परिवार के रूप में की है. हम चाहते है की इस परिवार से प्रत्येक वह भारतीय जुड़े जिसे अपने देश के प्रति प्रेम, समाज को एक नजरिये से देखने की चाहत, हिन्दू-मुस्लिम न होकर पहले वह भारतीय हो, जिसे खुद को हिन्दुस्तानी कहने पर गर्व हो, जो इंसानियत धर्म को मानता हो. और जो अन्याय, जुल्म की खिलाफत करना जानता हो, जो विवादित बातों से परे हो, जो दूसरी की भावनाओ का सम्मान करना जानता हो.

    और इस परिवार में दोस्त, भाई,बहन, माँ, बेटी जैसे मर्यादित रिश्तो का मान रख सके.

    धार्मिक विवादों से परे एक ऐसा परिवार जिसमे आत्मिक लगाव हो..........

    मैं इस बृहद परिवार का एक छोटा सा सदस्य आपको निमंत्रण देने आया हूँ. आपसे अनुरोध है कि इस परिवार को अपना आशीर्वाद व सहयोग देने के लिए follower व लेखक बन कर हमारा मान बढ़ाएं...साथ ही मार्गदर्शन करें.


    आपकी प्रतीक्षा में...........

    हरीश सिंह


    संस्थापक/संयोजक -- "भारतीय ब्लॉग लेखक मंच" www.upkhabar.in/

    ...

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  66. sagebob,
    आपने स्त्रियों के सम्मान में बहुत सुन्दर विचार व्यक्त किए...
    आभारी हूं अपने विचारों से अवगत कराने के लिए।
    हार्दिक धन्यवाद!
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....

    ReplyDelete
  67. गागर में सागर , आपके सोचने के ढंग से चमत्कृत , स्त्री तो शक्तिस्वरूपा और ब्रह्माण्ड है .

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  68. आपकी कविता पढ़के पता चल गया की गागर में सागर किसको कहते हैं.बहुत कम शब्द में प्यारी कविता.वाह

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  69. आशीष जी,
    आपने मेरी कविता को पसन्द किया... हार्दिक धन्यवाद.....
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....

    ReplyDelete
  70. कुंवर कुसुमेश जी,
    आपके विचारों ने मेरा उत्साह बढ़ाया...
    इसी तरह अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराते रहें।
    आपको बहुत-बहुत धन्यवाद ...

    ReplyDelete
  71. डॉक्टर शऱद बहुत बहुत धन्यवाद रसबतिया पर आने और उत्साह बढ़ाने के लिए । आपकी कविता बहुत अच्छी लगी । आपका परिचय पढ़ कर बहुत अच्छा लगा । भविष्य में भी अपना स्नेह ऐसे ही बनाए रखें

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  72. पारम्परिक बिम्बों के माध्यम से आपने छोटी सी कविता में अच्छे भाव भरे हैं। साधुवाद और विलम्ब से ही सही, महिला दिवस पर हार्दिक बधाई।

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  73. आदरणीया डॉक्टर साहिबा
    सादर प्रणाम !

    आधी दुनिया और पूरी स्त्री को नमन !

    लेकिन हमने तो पूरी दुनिया माना है … :)


    जा चुके विश्व महिला दिवस के साथ
    आने वाली होली की
    हार्दिक बधाई !
    शुभकामनाएं !!
    मंगलकामनाएं !!!

    ♥मां पत्नी बेटी बहन;देवियां हैं,चरणों पर शीश धरो!♥


    - राजेन्द्र स्वर्णकार

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  74. कुंवर कुसुमेश जी,
    आपका आना सुखद लगा...आपका स्वागत है!
    मेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए हार्दिक धन्यवाद!

    ReplyDelete
  75. सर्जना शर्मा जी,
    आभारी हूं अपने विचारों से अवगत कराने के लिए।
    हार्दिक धन्यवाद!
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....

    ReplyDelete
  76. आचार्य परशुराम राय जी,
    आपने मेरी कविता को पसन्द किया... हार्दिक धन्यवाद!
    महिला दिवस पर बधाई हेतु आभारी हूं...
    इसी तरह स्नेह बनाए रखें....

    ReplyDelete
  77. राजेन्द्र स्वर्णकार जी,
    आपके विचार जानकर प्रसन्नता हुई....
    हार्दिक धन्यवाद!
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....

    ReplyDelete
  78. Dr Divya Shrivastava ji (ZEAL),

    Thank you so much for coming...

    I feel very happy to get your comment.
    Always welcome your comments on my blogs.

    Hearty thanks.

    ReplyDelete
  79. आपने तो चित्र द्वारा ही सब कुछ कह दिया...

    ____________

    पाखी के मामा जी को मिला बेस्ट जिला कलेक्टर का अवार्ड

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  80. My sweet angel अक्षिता (पाखी),
    आपके विचार जानकर बहुत अच्छा लगा...

    आपके मामा जी को बेस्ट जिला कलेक्टर का अवार्ड मिलने पर आपको और आपके मामा जी को हार्दिक शुभकामनाएं....

    ReplyDelete
  81. यानि की वह प्रकृति का अभिन्न अंग है ,,सुंदर भावों से सजी कविता

    ReplyDelete
  82. केवल राम जी,
    आभारी हूं अपने विचारों से अवगत कराने के लिए।
    हार्दिक धन्यवाद!
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....

    ReplyDelete
  83. Minakshi Pant ji,

    Thank you for visiting my blog!

    I feel very happy to get your comment.
    Always welcome your comments on my blogs.

    Hearty thanks.

    ReplyDelete
  84. आपने छोटी सी कविता में अच्छे भाव भरे हैं।
    आपका मेरे ब्लॉग पर आना सुखद लगा !
    आपका मेरे ब्लॉग पर स्वागत है!
    आपने मेरी कविता को पसन्द किया
    आपके विचारों ने मेरा उत्साह बढ़ाया !
    ..हार्दिक धन्यवाद!
    ਚੱਲੋ ਹੁਣ ਪੰਜਾਬੀ ਵਿੱਚ ਗੱਲ ਕਰਦੇ ਹਾਂ....
    ਫੁਰਸਤ ਦੇ ਪਲ ਕਦੇ ਪੰਜਾਬੀ ਵਿਹੜੇ ਵੀ ਫੇਰੀ ਪਾ ਜਾਣਾ...ਜਿਥੇ ਪੰਜਾਬੀ ਦੀ ਗੱਲ ਹੋਵੇਗੀ..ਪਿੰਡ ਦੀਆਂ ਯਾਦਾਂ ਨੂੰ ਪਰੋਇਆ ਹੈ ਸ਼ਬਦਾਂ 'ਚ...
    ਪਤਾ ਹੈ...http://punjabivehda.wordpress.com

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  85. Dimple Sii ji
    Thank you for following my blog!
    You are always welcome.

    ReplyDelete
  86. ਡਾ. ਹਰਦੀਪ ਕੌਰ ਸੰਧੂ ਜੀ, (ਪੰਜਾਬੀ ਵਿਹੜਾ)
    ਸ਼ੁਕਰੀਆ...
    ਤੁਹਾਡੀ ਮਿੰਨੀ ਕਵਿਤਾਏਂ ਮੇਨੂ ਖੂਬ ਚੰਗੀ ਲਗਦੀ ਹਨ ....
    'ਪੰਜਾਬੀ ਵਿਹੜਾ' ਬੀਚ ਫੇਰਾ ਡਾਲਨਾ ਮੇਨੂ ਅਛਾ ਲਗਦਾ ਹੈ .
    ਆਪ ਭੀ ਯੂੰ ਹੀ ਆਤੇ ਰਹਾ ਕਰੋ ....

    ReplyDelete
  87. harish jaipal ji,
    Thank you for following my blog!
    You are always welcome with your comments.

    ReplyDelete
  88. पहली बार आपके ब्लॉग पर आया हूँ . पूरा पढ़ा है इसे , आगे भी पढूंगा .......क्योंकि बहुत खूबसूरत हैं आपकी रचनाएँ. और शब्दों का प्रवाह भी प्रभावी .

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  89. न्यून शब्दों में पूर्ण नारी परिभाषा!! अनुत्तर्… लाजवाब!!

    डॉक्टर साहिबा,

    यदि आपकी शाकाहार जाग्रति में रुचि हो तो मैं 'निरामिष'ब्लॉग पर योगदानकर्ता लेखक के तौर पर आपको आमंत्रित करना चाहता हूँ।
    कृपया मेल द्वारा आपका मेल पता भेजें जहाँ में आमंत्रण भेज सकुं।
    मेल: niramish@live.in

    ब्लॉग निरामिश : http://niraamish.blogspot.com/

    आप जैसी विद्वान का निरामिष पर लेखन सभी के लिये प्रेरणादायी होगा।
    आभार!!

    ReplyDelete
  90. मृदुला प्रधान जी,
    आपके विचार जानकर प्रसन्नता हुई....
    हार्दिक धन्यवाद!
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....

    ReplyDelete
  91. रूप जी,
    आभारी हूं विचारों से अवगत कराने के लिए।
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....
    हार्दिक धन्यवाद!

    ReplyDelete
  92. हंसराज 'सुज्ञ' जी,
    मेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए आपका आभार...
    मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है!
    इसी तरह अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराते रहें।

    ReplyDelete
  93. हमारे ब्लॉग पे आने का शुक्रिया .............

    ReplyDelete
  94. मनु जी,
    आपका भी स्वागत है मेरे ब्लॉग पर!
    सम्वाद बनाए रखें....

    ReplyDelete
  95. अमित जी,
    आभारी हूं अपने विचारों से अवगत कराने के लिए।
    हार्दिक धन्यवाद!
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....

    ReplyDelete
  96. अद्भुत| होली की रंग बिरंगी शुभकामनाएं |

    ReplyDelete
  97. जयकृष्ण राय तुषार जी,
    हार्दिक धन्यवाद!
    आपको भी होली की रंग बिरंगी अग्रिम शुभकामनाएं |

    ReplyDelete
  98. केवल राम जी,

    मेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए आपका आभार...
    मेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है!

    ReplyDelete
  99. कविता रावत जी,
    आभारी हूं अपने विचारों से अवगत कराने के लिए।
    हार्दिक धन्यवाद!
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....

    ReplyDelete
  100. मनोहर पाल जी,
    आभारी हूं अपने विचारों से अवगत कराने के लिए।
    हार्दिक धन्यवाद!

    ReplyDelete
  101. मनोज कुमार जी,
    आपका मेरे ब्लॉग पर आना सुखद लगा !
    हार्दिक धन्यवाद!

    ReplyDelete
  102. आज फ़िर आपने कम शब्दों में बहुत कुछ कह दिया...
    लगभग सब कुछ...

    ReplyDelete
  103. एक सच जिसे महसूस किया आपने ,और कम शब्दों में कह दिया .....
    बधाई.... पहली बार आना हुआ,दो तीन कवितायेँ पढ़ी ,बहुत ही उम्दा कहा है

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  104. आपको, आपके परिवार को होली की अग्रिम शुभकामनाएं!!
    मैंने आने में जरा देर कर दी इसके लिए माफ़ी चाहूँगा.
    बहुत सुन्दर !
    आपकी कविता को हम क्षणिकाएं भी कह सकते हैं. कम से कम
    शब्दों में पूरी बातें कह देना ये कोई आपसे सीखे.
    वेदों में भी परमेश्वर को माता की संज्ञा दे कर कुछ इस तरह कहा गया है -
    हिरण्य गर्भः समवर्तताग्रे भूतस्य जातः पतिरेक आसीत
    स दाधार प्रिथविमद्यामुतइमाम अर्थात तेज ही तेज है जिसके गर्भ में
    जो पहले से ही विद्यमान है, जिसने समस्त जीवों को उत्पन्न किया है,
    जो हमारा पालनपोसन करने वाला है. जिसने सारे ब्रह्माण्ड को धारण किया है

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  105. shankar chandraker ji (sports),

    Thank you for visiting and following my blog!
    your always welcome.

    होली की हार्दिक शुभकामनाएं !

    ReplyDelete
  106. पूजा जी,
    हार्दिक धन्यवाद!
    आभारी हूं अपने विचारों से अवगत कराने के लिए।
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....

    ReplyDelete
  107. अंजू जी,
    आपने मेरी कविता को पसन्द किया... हार्दिक धन्यवाद !
    मेरे ब्लॉग्स पर आपका सदा स्वागत है।
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....

    ReplyDelete
  108. शाहिद मिर्ज़ा शाहिद जी,
    मेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए आपको हार्दिक धन्यवाद ...
    आपका सदा स्वागत है।
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें...

    ReplyDelete
  109. मदन शर्मा जी,
    देर से सही, आपका आना सुखद लगा ...
    हार्दिक धन्यवाद !
    आभारी हूं अपने विचारों से अवगत कराने के लिए।
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें...

    ReplyDelete
  110. वही तो आधी दुनिया
    और पूरी स्त्री है|

    प्रभावशाली अभिव्यक्ति के लिए बधाई|

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  111. सुन्दर एवं सार्थक बिम्ब।

    गहन भाव।

    साधुवाद।

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  112. chhote packet me bada dhamaka....kam shabdo me prabhavshali lekhan. kamaal hai ji.

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  113. डॉ॰ दिव्या श्रीवास्तव जी,
    मेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए आपको हार्दिक धन्यवाद ...
    आपका सदा स्वागत है।
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें...

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  114. ओम पुरोहित'कागद' जी,
    मेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए हार्दिक धन्यवाद!
    आपका स्वागत है!

    ReplyDelete
  115. गुर्रमकोंडा नीरजा जी,
    आपका आना सुखद लगा ...
    हार्दिक धन्यवाद !
    आभारी हूं अपने विचारों से अवगत कराने के लिए।
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें...

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  116. हरीश प्रकाश गुप्त जी,

    हार्दिक धन्यवाद !
    आभारी हूं अपने विचारों से अवगत कराने के लिए।

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  117. अनामिका जी,
    आपने मेरी कविता को पसन्द किया... हार्दिक धन्यवाद !
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....

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  118. राजेश सिंह क्षत्री जी(मुस्कान),
    हार्दिक धन्यवाद!
    मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है!
    आपको भी होली की हार्दिक शुभकामनायें!

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  119. लाजवाब, चंद शब्दों मे नारी की संपूर्णता को अभिव्यक्त कर दिया आपने. माँ सरस्वती पूर्णतया मेहरवान है आप पर, उसकी कृपा बनी रहे.

    रामराम.

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  120. kam shabdon me zyada baat. is abhivyakti me ghazal ka mazza hai

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  121. आपका ब्लॉग पसंद आया....इस उम्मीद में की आगे भी ऐसे ही रचनाये पड़ने को मिलेंगी कभी फुर्सत मिले तो नाचीज़ की दहलीज़ पर भी आयें-

    रंग के त्यौहार में
    सभी रंगों की हो भरमार
    ढेर सारी खुशियों से भरा हो आपका संसार
    यही दुआ है हमारी भगवान से हर बार।

    आपको और आपके परिवार को होली की खुब सारी शुभकामनाये इसी दुआ के साथ आपके व आपके परिवार के साथ सभी के लिए सुखदायक, मंगलकारी व आन्नददायक हो।

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  122. ताऊ रामपुरिया जी,
    आपकी शुभेच्छाओं के लिए आभारी हूं...
    आपके विचारों ने मेरा उत्साह बढ़ाया...हार्दिक धन्यवाद।
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें...

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  123. जगमोहन राय जी (kalaam-e-sajal ),
    आपने मेरी कविता को पसन्द किया...
    हार्दिक धन्यवाद !
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....

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  124. दिनेश पारीक जी,
    हार्दिक धन्यवाद!
    आभारी हूं अपने विचारों से अवगत कराने के लिए।
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....

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  125. "आधी दुनिया है ,और पूरी स्त्री है वो "
    इससे आगे क्या कहा जाये ? सुंदर रचना है .

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  126. नित्यान्द जी,
    आपने मेरी कविता को पसन्द किया... हार्दिक धन्यवाद !
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....

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  127. aadhi duniyaa hi poori duniyaa ,is kaaynaat srishti ko chlaa rhi hai .uttarjivitaa ,jijeevishaa bhi naari me hi jyaadaa hai ,sahansheeltaa bhi, isi- liye to vah dharti hai .
    veerubhai.

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  128. वीरेन्द्र शर्मा जी,
    आपके विचार जानकर प्रसन्नता हुई....
    हार्दिक धन्यवाद!
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....

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  129. "नारी ने जन्म दिया पुरुषों को
    चलना,जीना सिखाया उनको
    जिस ताकत पर गर्व करते पुरुष
    वो दिया नारी ने उनको"
    khoobsoorat
    sharad jeee ko naman

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  130. डा.राजेंद्र तेला"निरंतर" जी,
    आपने मेरी कविता को पसन्द किया...
    हार्दिक धन्यवाद !
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....

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  131. चंद लफजों में सब कुछ कह दिया आपने

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  132. तेजवानी गिरधर जी,(तीसरी आंख)
    आपके विचार जानकर प्रसन्नता हुई....
    हार्दिक धन्यवाद!
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....

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  133. Aapki ye kavita bahut achi hai
    shubha singh

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