24 October, 2017

सिर्फ़ एक भावना ... डॉ शरद सिंह

Poetry of Dr (Miss) Sharad Singh

सिर्फ़ एक भावना
-----------------
जब किसी को देख कर
अचानक
खिल जाएं
फूल ही फूल
मन के मुरझाए पौधे में
तो ठीक उसी वक़्त
सो जाते हैं सारे शब्द
सारी ध्वनियां
सारी चेष्टाएं
कि -
ठीक उसी समय
जाग उठती है
सिर्फ़ एक भावना
अर्थात्
प्रेम।

- डॉ शरद सिंह


#SharadSingh #Poetry #MyPoetry #World_Of_Emotions_By_Sharad_Singh
#मेरीकविताए_शरदसिंह
#फूल #पौधे #शब्द #ध्वनियां #वक़्त #भावना #प्रेम

1 comment:

  1. मुरझाये पौधे को खाद-पानी मिले
    तो फूल खिले
    बहुत सुन्दर

    ReplyDelete