18 May, 2014

मुझे चाहिए ...

A Poem Of Dr. Sharad Singh
I must ...

What should I want at this age?
Nothing special
One or two bread
Soaked in water to Eat
One or two bread
Can see a clear fit
An Eyeglass
Two Saris, two blouses
And a Ramanami rosary
With these should
Lots of love of dear ones!

That's all, nothing...
- Dr. Sharad Singh

5 comments:

  1. बहुत सही लिखा है आपने. इन बूढ़े दरख्तों की ख्वाहिशें कम हैं और आशीष ज़्यादा फिर भी हम इन्हें भूल जाते हैं.. सत्य और सार्थक लेखन के लिए

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  2. बहुत ही सटीक और सार्थक और हृदयस्पर्शी लेखन

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  3. क्या कहूं ? शब्द नहीं मिल रहे हैं, आखिर ये उम्र सबको मिलनी है....मार्मिक और सार्थक लेखन...उम्दा और भावपूर्ण ...बहुत बहुत बधाई...
    नयी पोस्ट@
    आप की जब थी जरुरत आपने धोखा दिया

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  4. ऐसी बातें उठनी चाहिए और किसी प्रकार लोगों के दिलो में बैठनी चाहिए. सौंदर्य की अनगिनत खूबसूरत प्रस्तुतियों के बाद संवेदना एवं जिम्मेदारी का प्रयास प्रशंसनीय है.

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