11 July, 2013

मुझे सोने दो ....


4 comments:

  1. आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति शुक्रवारीय चर्चा मंच पर ।।

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  2. बहुत ही लाजवाब् मुक्तक ...

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  3. वाह लाजवाब, शुभकामनाएं.

    रामराम.

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  4. कुछ स्वप्न, लगता है, कभी समाप्त ही न हों..सुन्दर पंक्तियाँ..

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