14 April, 2013

तेरी हीर हो जाउं ....


5 comments:

  1. जब स्थिति ऐसी आती है तो पाठ अपने आप याद हो जाता है ...
    उम्दा शेर ...

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  2. बहुत बेहतरीन, हीर होने का अलौकिक आनंद ही तब है जब साथ में रांझा भी उसी स्तर का हो.

    रामराम.

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