10 February, 2013

मेरी ज़िन्दगी की क़िताब में ....


10 comments:

  1. Vaah .. Yun ki padhte padhte jaavan guzar jayega fir ... Lajawab ...

    ReplyDelete
  2. बहता रहे प्यार का यह संवाद..

    ReplyDelete
  3. वाह, लाजवाब. शुभकामनाएं.

    रामराम.

    ReplyDelete
  4. वाह ..वाह ...बहुत खूबसूरत ख्याल ...सुन्दर शब्द संयोजन।

    ReplyDelete
  5. लाजवाब. शुभकामनाएं.

    ReplyDelete